Thursday, August 25, 2011

क्या ख़ूब खिलाड़ी है सनम मेरा...

मेरे क़त्ल कि सज़ा भी मुझे ही मिली,
क्या ख़ूब खिलाड़ी है सनम मेरा...

उसे भी शक़ है और मुझे भी यकीं है,
कि उसी के लिये हुआ है जनम मेरा....

मौत के दामऩ मे लिपट कर भी जिन्दा हूँ,
कुछ यूँ मशहूर है जहाँ में सितम तेरा....

साथ भी है, दूर होने का अहसास भी है,
इस क़दर फूटा है ये करम मेरा....

बहुत देर से मिटती है पत्थर पे लिखी तहरीरें,
इसकी जिन्दा मिशाल है तेरी तस्वीर और ज़हन मेरा...

कलियाँ मुरझाती है और फूल जल उठते है,
इस तरह उजड़ा है ये चमन मेरा..

जमीन नयी लगती है आसमान जुदा लगता है’
तेरे इश्क़ मे बिछड़ा है मुझसे वतन मेरा...

कुछ आग़ाज़ अब भी है बाकि, कि यही अन्ज़ाम था,
ऐ ख़ुदा कैसे भी कर किस्सा खतम मेरा...

Monday, July 18, 2011

जिया मे आग लगाती हो, जिया मे आग लगाती हो....

बिंदिंया लगाती हो, काजल लगाती हो,
पाँव मे पायल, कानों मे झुमके लटकाती हो,
उस पर काली जुल्फ़ो मे गजरा महकाती हो,
सोलह श्रृंगार से जब खुद को सजाती हो,
                                                       जिया मे आग लगाती हो ||
                                                       जिया मे आग लगाती हो ||

झुका के सर को माथे पे लट लटकाती हो,
अँगुलियां उनमे फेर के, फिर उन्हे हटाती हो,
अन्जाने मे पर्दा गिराती हो, पर्दा उठाती हो,
हुस्न के ज़लवे जब अदाओं से दिखाती हो,
                                                      जिया मे आग लगाती हो ||
                                                      जिया मे आग लगाती हो ||

ख़ुदा ही जाने कि तुम देखती हो या तीर चलाती हो,
कहॉं से सीखा है ये जो शब्द-भेदी बाण चलाती हो,
अक्सर जब पलकें उठाती हो, तो नज़रें चुराती हो,
मगर पलकें झुका के जब नज़रों को मिलाती हो,
                                                      जिया मे आग लगाती हो ||
                                                      जिया मे आग लगाती हो ||

कभी तुम गुनगुनाती हो, कभी हंसती हंसाती हो,
कभी अनकहे शब्दों से, मन का ऑंगन महकाती हो,
और कभी कह के कुछ शब्द, ख़्यालों मे बस जाती हो,
इश्क, मोहब्बत, प्यार जब तुम बतियाती हो,
                                                      जिया मे आग लगाती हो ||
                                                      जिया मे आग लगाती हो ||

Thursday, June 16, 2011

उनकी सूरत, नजरो का शौक़

तस्वीरें खिचवाना बेख़ौफ़।
उनकी सूरत, नजरो का शौक़।।

अदा दिखा के, दिल ले जाना।
लगता है उनका, खेल पुराना।।

उनकी जुल्फें, काली जुल्फें।
ज़ाल, आशिक क्यों ना उलझें॥

तिरछी नज़रे, तीर कमान।
बक्शे न आशिक की जान।।

बंद लब, और मुस्कराहट।
चैन लूटें, छीने राहत।।

सादगी भी इतनी वल्लाह।
रहम - रहम, रहम अल्लाह॥

नखरे- वखरे, कमर पे हाथ।
लम्हा वही जब तुम हो साथ॥

Sunday, March 27, 2011

Khud ki banai hui kheer aaj khaunga sanam

ख़ुद की बनाई हुई ख़ीर आज खाऊंगा सनम,
Eng के अन्दर होगा आज रसोइये का जन्म..

ख़ीर बनेगी तो महक दूर तलक जाएगी....
पैन छोटा हो तो जोर से मत हिलाना वर्ना छलक जाएगी...
ख़ुद की ......................

ध्यान से सुनो, बनाते समय खीर, जितना दूध को पकाओगे...
याद रखना खाते समय उसे उतना ही मजा पाओगे..

ख़ुद की..............

अच्छी तरह जब पाक जाये तो डालो काजू, किसमिस और बादाम...
माँ कसम इतनी मस्त बनेगी की भूल जाओगे श़बाब भूल जाओगे ज़ाम....

ख़ुद की..............

खीर की recepie का रहस्यौद्घघाटन सुनाने के बाद भी ऐ वीर..
अगर न बन पाए तुझसे decent सी खीर.........

ख़ुद की..............

तो दोष मेरे और मेरी विधी के सर मत जड़ देना..........
फिर भी दिल न मने तो सारा कसूर दूध वाले के सर मढ देना....

ख़ुद की..............

आज के बाद, खाते हुए खीर, कभी मेरी याद आये मेरे दोस्त....
तो ख़ुदा के दर पे जब जाना, तब एक दुआ मेरे लिए भी पड़ देना..........

ख़ुद की बनाई हुई ख़ीर आज खाऊंगा सनम,
Eng के अन्दर होगा आज रसोइये का जन्म..

Sunday, February 27, 2011

Sher

Someone just said:-

Maye Kade band karen lakh zamane wale
shair main kam naihn aankhoon se pilane wa...


I replied ::--


MaiKade band kare lakh zamane wale

Hum bhi aadat se apni baaz na aane wale.....


Bahut hai jinhone aankhon se hosh udayen hai mere

Kabhi to madhosh kare hothon se pilane wale.......

I thought ki......

Yesterday I had just a thought in my mind that i shld start drinkin,

But ek boond bhi na bachi, is jahan ke sare maikade khali ho gaye...........


Again yesterday I had one more thought that i shld marry a beauty,

but meri biwi hadpne ki liye mujhe Sugreev bana ke sab Bali ho gaye.......


Day before yesterday I dreamt that I won Kaun Banega Crorepati,

But hai re ai khudaii sare k sare note usi din usi sapne me jali ho gaye......


Few years ago I planted red rose n watered it in my lovely garden,

But last Valentine day mujhe kinare kar k sab k sab us paudhe ke mali ho gaye....


Tuesday, January 4, 2011

Avanish Kumar: Naya saal aaya, Naya saal aaya

Avanish Kumar: Naya saal aaya, Naya saal aaya: "Naya saal aaya, Naya saal aaya. Sari badbu furrr ho gayi, deo charo taraf mahka..... dekho kisne kapde badle, aur kaun hai nahaya. Naya sa..."